न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): पश्चिम बंगाल सीआईडी (West Bengal CID) ने नंदीग्राम घटना की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। इस हादसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बायें पैर में चोट लगी थी। चुनाव आयोग से सौंपी गयी पुलिसिया जांच में इसे दुर्घटना के कारण लगी चोट बताया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, ये नतीज़ा तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, स्थानीय पुलिस और प्रत्यक्षदर्शी (Eyewitness) से मिली वीडियो फुटेज के आधार पर निकाला गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्यमंत्री को चोट तब लगी जब उनकी कार भीड़भाड़ वाले इलाके से गुजर रही थी, इसी दौरान वो लोहे के खंभे से टकरा गयी। इससे पहले चुनाव आयोग ने उनके सुरक्षा प्रभारी विवेक सहाय को हटाकर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। विवेक सहाय निदेशक (सुरक्षा) होने के साथ ममता बनर्जी की सुरक्षा के शीर्ष प्रभारी थे। इस घटना में ममता को उनके बायें पैर, टखने, कंधे, बाजू और गर्दन पर गंभीर चोटें आयी थी।
ममता बनर्जी ने इस प्रकरण का दोष भारतीय जनता पार्टी पर मढ़ते हुए, इसे सुनियोजित साजिश (Well planned Conspiracy) करार दिया। अब देखना दिलचस्प रहेगा कि पश्चिम बंगाल क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट की जांच किस मुकाम पर पहुंचती है। बड़े सवाल ये है कि सीआईडी की जांच के नतीजे स्थानीय पुलिस से अलग रहेंगे? या फिर इसमें भी कोई भाजपा का एंगल निकाल दिया जायेगा?