टेक डेस्क (अपराजिता राव): भारत में यूजर्स का रुझान टेलीग्राफ और सिग्नल ऐप की ओर लगातार बढ़ रहा है। जिससे Whatsaap का एकछत्र साम्राज्य डगमगाने लगा है। दोनों एप्स ने मिलकर व्हाट्सएप की बादशाहत को सीधी चुनौती दी।जिसकी वजह से अब व्हाट्सएप की गूगल रैकिंग बहुत ज्यादा गिर गई है। पहले व्हाट्सएप भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली शॉर्ट मैसेजिंग ऐप सर्विस थी, लेकिन उससे अब यह तमगा छिन गया है। जिससे एप डेवलपर कंपनी में खासा खलबली का माहौल देखा जा रहा है। इसके पीछे दो अहम वजहें सामने आयी हैं।
सबसे पहला और बड़ा कारण इस साल लागू होने वाली व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी है। जिसे लेकर यूजर काफी पशोपेश में पड़े हुए हैं। व्हाट्सएप की ओर से बीते साल घोषणा की गई थी कि, साल 2021 में व्हाट्सएप नई प्राइवेसी पॉलिसी लागू करने जा रहा है। अगर कोई इन निजता की नीतियों को नहीं मानता तो, उसका व्हाट्सएप अकाउंट रद्द किया जा सकता है। जिसके बाद से यह खबर भी सामने आई कि, व्हाट्सएप अपने नए बिजनेस टूल्स (New business tools) के लिए यूजर्स से जुड़ा तकरीबन 8 कैटेगरी का डाटा फेसबुक से साझा करेगा। इसे लेकर व्हाट्सएप यूजर काफी परेशान दिखे उन्हें डर है कि व्हाट्सएप की इन नीतियों से उनकी निजता का हनन होगा।
व्हाट्सएप की प्राइवेट पॉलिसी को लेकर भारत में सुनवाई चल रही है। हाल ही में सुनवाई कर रहे न्यायिक बेंच के एक जज ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया। इस मामले को एलन मस्क के एक ट्वीट ने भी काफी तूल दिया। एलन मस्क ने ट्वीट कर लोगों को सिग्नल शॉर्ट मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करने की सिफारिश की। उनके मुताबिक सिग्नल के इस्तेमाल से यूज़र का डाटा और उसकी निजता का कोई हनन नहीं होता। जिसके बाद से सिग्नल दुनिया भर में काफी ज्यादा डाउनलोड किया जाने लगा। इन दो प्रकरणों के बाद व्हाट्सएप में काफी बेचैनी देखी गई। साथ ही उनका कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित होने लगा खासतौर से भारतीय बाजारों के मद्देनजर।
लोगों के बीच व्हाट्सएप को लेकर लगातार शंकायें बढ़ने लगी। आज व्हाट्सएप में स्टोरी डालकर यूजर्स के बीच विश्वास बहाली करने का माहौल तैयार करने की कवायद छेड़ दी। स्टोरी के मुताबिक व्हाट्सएप में यूजर्स को भरोसा दिलाया कि- यूजर की निजता के प्रति कंपनी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। व्हाट्सएप कभी भी यूजर्स की निजी चैट ना तो पढ़ता है और ना ही सुनता है। सभी कन्वर्सेशन एंड टू एंड एन्क्रिप्प्टेट (Conversion and two and encryptate) रहते हैं। व्हाट्सएप कभी भी यूजर्स की लोकेशन को किसी भी मंच पर साझा नहीं करता। साथ ही यूजर्स कॉन्टेक्ट फेसबुक के साथ साझा नहीं किए जाते। अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि, व्हाट्सएप के इस सफाई के बाद उसके नुकसान की कितनी भरपाई हो पाती है। या फिर सिग्नल और टेलीग्राफ, व्हाट्सएप की बादशाहत पर और भी सेंध लगाएंगे?