टेक डेस्क (मृत्युजंय झा): फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग और कॉलिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में दावा किया कि, 15 मई से 15 जून के दौरान उन 20 लाख व्हाट्सएप के खातों को बैन कर दिया जो कि ऑनलाइन धोखाधड़ी और दुर्व्यवहार शामिल थे। इन तीस के भीतर व्हाट्सएप को भारत में 345 शिकायतें मिलीं। जहां उसके 530 मिलियन यूजर्स है।
हाल ही में कंपनी ने सोशल मीडिया और मध्यस्थ दिशानिर्देशों के ट्रैसेबिलिटी क्लॉज को चुनौती दी है, जो इसे हर महीने शिकायती रिपोर्ट पर कार्रवाई कर उसे सार्वजनिक करने के लिये बाध्य करता है। Google, Twitter और Facebook के बाद, WhatsApp चौथी ऐसी कंपनी है जिसने नये दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों की नियुक्ति की है ताकि कॉम्प्लयेंस रिपोर्ट को पब्लिश किया जा सके।
कंपनी ने साफ किया कि ब्लॉक किये गये तमाम खातों में से 95 फीसदी से ज़्यादा खाते ऑटोमेटिड और बल्क मैसेजिंग (स्पैम) के अनधिकृत से जुड़े हुए थे। इसलिये इन्हें प्रतिबंधित किया गया। व्हाट्सएप कॉम्प्लयेंस रिपोर्ट (whatsapp compliance report) में कहा गया कि "हमारा मुख्य फोकस खातों को बड़े पैमाने पर हानिकारक या अवांछित संदेश भेजने से रोकना है। हमने शिकायत मिलने के 30-45 दिनों के भीतर कार्रवाई करने का लक्ष्य तय किया है ताकि डेटा स्टोरेज और वेरिफिकेशन के लिये पर्याप्त समय मिल सके।
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिये प्रौद्योगिकी और प्रक्रियाओं में लगातार निवेश करते रहे हैं। हमारा ध्यान लगातार उन व्हाट्सएप अकाउंट्स पर बना हुआ है, जो कि बड़े पैमाने पर हानिकारक और अवांछित मैसेजेस भेज रहे है। हम उच्च क्षमता वाले इन खातों की पहचान करने के लिये लगातार उन्नत प्रौद्योगिकी (Advanced Technology) इस्तेमाल कर रहे है। मैसेज भेजने की असामान्य दर और इस तरह के गलत इस्तेमाल की कोशिश करने वाले यूजर्स पर लगातार प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इसी क्रम में 15 मई से 15 जून तक अकेले भारत में 20 लाख खातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया
व्हाट्सएप ने कहा कि ऐसे यूजर अकाउंट की पहचान बिहेविरियल संकेतों (behavioral Signals) से होती है। काफी हद तक ये 'अनएन्क्रिप्टेड जानकारी' और एक खास पैटर्न पर निर्भर करती है। जिसमें यूजर की रिपोर्ट, प्रोफाइल फोटो, ग्रुप फोटो और डिस्क्रिप्शन के साथ-साथ उन्नत एआई टूल और संसाधन शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल कर व्हाट्सएप का गलत इस्तेमाल होने का पता लगाया जाता है और साथ ही वक्त रहते उन्हें बैन कर दिया जाता है।