WHO की रिपोर्ट में खुलासा, सप्लाई हो रही नकली कोविशील्ड वैक्सीन

न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बीते मंगलवार (17 अगस्त 2021) को दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका में नकली कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन (fake covishield corona vaccine) की खुराक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मेडिकल अलर्ट जारी किया। इस ख़बर के साथ ही भारत में नकली कोविशील्ड की वैक्सीन पहुँचने की चिंताओं ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। हाल ही में भारत के कई हिस्सों में फर्जी कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन की सप्लाई की खब़रे सामने आयी थी।

ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित पुणे सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविशील्ड की नकली सप्लाई की सूचना की रिपोर्ट जुलाई और अगस्त में महीने में सामने आयी। जिसमें कहा गया कि कोविशील्ड निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India-SII) को कुछ नकली शीशियों की बरामदगी हुई थी, जिसमें कोविशील्ड की फर्जी खुराकें भरी गयी थी।

ऐसी खब़रें उन हालातों में सामने आ रही है जब भारत सरकार ने पारदर्शी खरीद-आपूर्ति प्रणाली और CoWin प्लेटफॉर्म के माध्यम से टीकों की सप्लाई चैन पर रियल टाइम मॉनिटरिंग (Real Time Monitoring) की व्यवस्था की है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी प्रणाली के माध्यम से पाया कि भारत और युगांडा में नकली कोविशील्ड की खुराकें दी जा रही है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि, "गलत और फर्जी कोविड-19 टीके वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये गंभीर जोखिम पैदा करते हैं और आबादी और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अतिरिक्त बोझ डालते हैं। मरीजों को नुकसान से बचाने के लिये इन नकली उत्पादों का पता लगाना और उन्हें प्रचलन से बाहर करना बेहद जरूरी होगा"

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नकली टीके की मार से प्रभावित भारत और अन्य देशों के अस्पतालों, क्लीनिकों, स्वास्थ्य केंद्रों, थोक विक्रेताओं, वितरकों, फार्मेसियों और चिकित्सा उत्पादों के किसी भी अन्य आपूर्तिकर्ताओं से सतर्कता बढ़ाने की अपील की है। अपील में कहा गया है कि फर्जी और नकली टीकों की पहचान इस आधार पर की गयी है कि वे जानबूझकर या धोखाधड़ी से अपनी पहचान, संरचना या स्रोत को गलत तरीके से पेश करते हैं।

SARS-CoV-2 वायरस के कारण होने वाले कोरोनावायरस रोग की रोकथाम के लिये 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के सक्रिय टीकाकरण के लिए असली कोविशील्ड वैक्सीन की पहचान के लिये राष्ट्रीय नियामक ने आधिकारिक पहचान (Official Identity) तय की है। जिसके मुताबिक भारत में कोविशील्ड 2ml की पहचान की गयी थी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत में SII दो-दो एमएल वाली चार खुराकों की कोरोना वैक्सीन नहीं बनाता है। युगांडा में कोविशील्ड बैच संख्या 4121Z040 एक्सपायरी डेट (10.08.2021) थी, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि एसआईआई ने ये पुष्टि की है कि ये बैच संख्या और वैक्सीन नकली थी। असली कोविशील्ड वैक्सीन 5 एमएल की होती है, जिसमें कुल 10 खुराकें आती है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More