न्यूज़ डेस्क (कोलकाता): बंगाल (Bengal) का युद्ध, जो अब से कुछ महीनों विधानसभा चुनाव के तौर पर मतदान केंद्रों में लड़ा जायेगा लेकिन आज ये युद्ध कोलकाता में स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की विरासत पर लड़ा जा रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल (TMC) और विपक्षी पार्टी बीजेपी (BJP), नेताजी जी की 124 वीं जयंती पर एक एक दूसरे पर तीखे हमले करते हुए नज़र आ रहे है।
शनिवार को नेताजी के सम्मान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एक दिन के बंगाल दौरे पर है। PM Modi के दौरे के कुछ घंटों पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार आज के दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी पूछा कि जब दिल्ली में एक नई संसद पर ₹ 20,000 करोड़ खर्च किए जा रहे थे, तो नेताजी के लिए स्मारक क्यूँ नहीं बना सकते थे।
दीदी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए सवाल किया कि, “मैं नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं करने के केंद्र के फैसले का विरोध करती हूं। आप नई संसद बना रहे हैं और नए विमान खरीद रहे हैं … नेताजी के लिए कोई स्मारक क्यों नहीं है?”
आपको बता दें की ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य की TMC सरकार इस दिन को देशनायक दिवस के रूप में मना रही है।
शहर में छह किलोमीटर की पैदल यात्रा की शुरुआत करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा, “मैं पराक्रम शब्द नहीं समझती … मैं उनके (नेताजी के) ‘देश प्रेम’ को समझती हूं। नेताजी एक भावना है … वह धर्मों की एकता में विश्वास रखते थे।” दीदी ने यह बताते हुए कहा कि, “हमने आज ‘देशनायक दिवस’ क्यों घोषित किया है? क्योंकि टैगोर ने उन्हें यह उपाधि दी थी … क्योंकि नेताजी ने टैगोर के गीत को गान के रूप में मान्यता दी थी।”
कुछ समय पहले सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया था कि नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है और इसे “राज्य द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित किया जाएगा, और इसका विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ टाई-अप होगा”।
इस बीच, प्रधानमंत्री भी कोलकाता पहुँचने के बाद विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial) में सुभाष चंद्र बोस पर एक स्थायी प्रदर्शनी के उद्घाटन में भाग लेंगे।।
इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्र ने कहा कि आज का दिन यानी 23 जनवरी ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। केंद्र की इस घोषणा पर तृणमूल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे आगामी चुनावों से जुड़ा हुआ एक कदम बताया।
बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल और भाजपा, प्रत्येक अवसर पर एक-दूसरे पर हमला करते हुए नज़र आ रहे है।
शुक्रवार को ममता बनर्जी के कैबिनेट मंत्री राजीब बनर्जी (Rajib Banerjee) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। दीदी का साथ छोड़ने वाले बड़े नेताओं की सूची में राजीब तीसरे स्थान पर है, इससे पहले शिवेन्दु अधिकारी भी दीदी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके है। अब उम्मीद की जा रही है कि राजीब भी और 31 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो सकते है।