एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): क्रेमलिन के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) को कई दिनों बाद यूक्रेन से चल रही जंग की बागडोर छोड़ने के लिये मज़बूर होते दिख रहे है, क्योंकि जल्द ही वो कैंसर की सर्जरी करवाने वाले है। माना जा रहा है कि ऐसे में वो अस्थायी तौर पर जंग की बागडोर पूर्व एफएसबी प्रमुख निकोलाई पेत्रुशेव (Former FSB chief Nikolai Petrushev) के हाथों में सौंप सकते है।
डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस की सुरक्षा परिषद के 70 वर्षीय सचिव पेत्रुशेव को अब तक युद्ध की रणनीति तैयार करने वाले बड़े रूसी सिपहसालार (Russian warlord) के तौर पर देखा जा रहा था। निकोलाई पेत्रुशेव ही वो शख़्स है जिसने पुतिन को आश्वस्त किया कि कीव नव-नाज़ियों (Neo-Nazis) से भरा हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये दावा लोकप्रिय टेलीग्राम चैनल जनरल एसवीआर पर दिखायी दिया, जो कि कहता है कि इसका स्रोत क्रेमलिन (Kremlin) में बैठे एक आला दर्जें के अधिकारी ने किया है। अंदरूनी सूत्र के हवाले से कहा गया, “मुझे नहीं पता कि (पुतिन सर्जरी के बाद कितने समय के लिये कितने समय काम करने की हालत में नहीं रहेगें)… मुझे लगता है कि ये थोड़े समय के लिए होगा।”
पुतिन के “सत्ता हस्तांतरण के लिये सहमत होने की संभावना नहीं थी” लेकिन रूस और युद्ध के प्रयासों को नियंत्रित करने के लिये “चार्ज डी अफेयर्स” लगाने के लिये वो तैयार थे। सूत्र ने कहा कि, “इसलिए जब पुतिन का ऑपरेशन होता है और उन्हें होश आता है दो या तीन दिनों के लिये देश का वास्तविक नियंत्रण सिर्फ और सिर्फ पत्रुशेव के पास होगा।”
डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह का कदम आश्चर्यजनक होगा क्योंकि रूसी संविधान (Russian constitution) के तहत सत्ता पूरी तरह से प्रधानमंत्री के पास होनी चाहिये। जनरल एसवीआर ने बताया कि पुतिन को 18 महीने पहले पेट का कैंसर (Colon Cancer) और पार्किंसन का कैंसर (Parkinson’s Cancer) है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कथित तौर पर सर्जरी करवाने में देरी की है, ऐसे में अब पुतिन 9 मई विक्ट्री डे से पहले सर्जरी करवा लेगें।
ये खबर उन अटकलों के बीच आई है कि जिसमें कहा गया था कि पुतिन पूरे यूक्रेन में चौतरफा जंग शुरू करेंगे और सैनिकों की लंबी सैन्य सामूहिक लामबंदी (Long Military Mass Mobilization) का आदेश देंगे, जो राजनीतिक तौर पर काफी जोखिम भरा कदम है। एसवीआर ने दावा किया कि सर्जरी अप्रैल की दूसरी छमाही के लिये निर्धारित की गयी थी, लेकिन इसमें देरी हुई।
इससे पहले अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि -पुतिन को सर्जरी से गुजरने की सिफारिश की गयी थी, जिसकी तारीख पर चर्चा और सहमति हो रही है। ऐसा लगता है कि उन्हें फिलहाल सर्जरी की जरूरत नहीं है, इसमें कुछ समय और लिया जा सकता है।
बता दे कि पुतिन “पार्किंसंस रोग और स्किज़ोफेक्टिव डिसऑर्डर (Schizoaffective Disorder)” से भी पीड़ित है, जिसमें मतिभ्रम और उन्माद समेत सिज़ोफ्रेनिया के लक्षण होते हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन ने हमेशा इस बात से इनकार किया है कि पुतिन को कोई चिकित्सीय समस्या (Medical Problem) है और क्रेमलिन ने हमेशा दुनिया को ऐसा दिखाया है कि पुतिन हमेशा से सेहतमंद रहे है, भले ही वो हाल के सालों में गुपचुप तरीके से लंबे समय तक सार्वजनिक मौजूदगी से गायब रहे हो।
जनरल एसवीआर अपने दावों का हवाला एक वीडियो सोर्स के जरिये दिया। माना जाता है कि वीडियो रूस के आला ओहदे के पूर्व सैन्य अधिकारी का है, जो कि ये कह रहा है “पुतिन ने चर्चा की है कि वो मेडिकल प्रोसीज़र से गुजर रहे है।”