Jammu & Kashmir: बदलाव की बयार से खुशहाली की ओर बढ़ता जम्मू-कश्मीर

जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में एक बहुत बड़ा बदलाव सामने आ रहा है। अगर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ वोकेशन पर जाना चाहते हैं तो आपको अभी श्रीनगर जाना चाहिये। पिछले चार महीनों में पूरे भारत से 6 लाख से ज़्यादा पर्यटक कश्मीर का दौरा कर चुके हैं। इस समय वहां के किसी भी होटल में पैर रखने की जगह नहीं है।

इस समय कश्मीर के श्रीनगर हवाईअड्डे (Srinagar Airport) पर हजारों की संख्या में लोग जमा हैं, जबकि ये हवाईअड्डा बहुत बड़ा नहीं है और इसकी क्षमता काफी सीमित है। इस एयरपोर्ट पर हर दिन अधिकतम 7,000 यात्रियों को ही हैंडल किया जा सकता है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से श्रीनगर एयरपोर्ट पर हर दिन 15,000 से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं।

बीती 22 मई को श्रीनगर हवाई अड्डे से 15,136 यात्रियों के साथ 85 फ्लाइट ऑपरेट हुईं। इनमें 7,762 यात्री थे जो कल (23 मई 2022) ही श्रीनगर पहुंचे थे। इस हवाई अड्डे पर 17 मई को रिकॉर्ड 18,000 यात्रियों का आवागमन हुआ था। उस दिन कुल 110 उड़ानों का संचालन किया गया था। इस समय देश भर से लोग बिना किसी डर के कश्मीर का दौरा कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग (Jammu and Kashmir Tourism Department) के मुताबिक पिछले चार महीनों में देश भर से 6 लाख से ज्यादा पर्यटक कश्मीर घूमने आये हैं। फिलहाल स्थिति ये है कि कश्मीर के ज्यादातर होटलों में पैर रखने की जगह तक नहीं है।

कश्मीर में पर्यटकों के लिये 50,000 बेड्स हैं। पर्यटकों के ठहरने के लिये लगभग 2,000 कमरों वाली 600 हाउसबोट भी हैं। लेकिन अब होटलों में न तो जगह बची है और न ही हाउसबोट में कमरे उपलब्ध हैं।

कश्मीर में बदलाव की ये तस्वीरें पाकिस्तान (Pakistan) और खासकर आतंकियों को सता रही होंगी। क्योंकि आतंकवादी (Terrorist) हमेशा चाहते थे कि कश्मीर के लोग मुख्यधारा से अलग हों और भारत के लोगों को कश्मीर आने से डरना चाहिये। इसके लिए इन आतंकियों ने कश्मीर में खौफ का माहौल बनाने की कोशिश की।

घाटी में दूसरे राज्यों के मजदूरों और कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) पर भी हमले हुए। लेकिन ये आतंकी अपने मकसद में कामयाब नहीं हुए. आज देशभर से लोग कश्मीर आ रहे हैं और कश्मीर के लोग जबरदस्त तरीके से उनका स्वागत कर रहे हैं। ये सब अनुच्छेद 370 के हटने से ही मुमकिन हुआ।

जम्मू-कश्मीर में हुए इस बदलाव को आप एक और खबर से समझ सकते हैं। जम्मू के युवा खिलाड़ी उमरान मलिक (Umran Malik) को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में चुना गया है। ये बहुत बड़ी बात है क्योंकि पाकिस्तान सरकार और आतंकवादियों ने दशकों तक कोशिश की कि जम्मू-कश्मीर के लोग मुख्यधारा से दूर रहें और किसी भी क्षेत्र में भारत की अगुवाई ना करें। लेकिन वो तस्वीर अब बदल रही है।

उमरान मलिक का परिवार जम्मू में रहता है और उसके पिता की वहां एक छोटी सी दुकान है। लेकिन उमरान मलिक आज इसी छोटी सी दुकान से भारतीय क्रिकेट टीम के बड़े मुकाम पर पहुंच गये हैं, उनकी खास बात ये है कि उन्होंने इस बार के आईपीएल (IPL) में सबसे तेज गेंद भी फेंकी है। उन्होंने ये गेंद 157 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी। दुनिया की सबसे तेज गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) के नाम है। उन्होंने 2003 विश्व कप में गेंद 161.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी थी।

उमरान मलिक की कहानी जम्मू-कश्मीर में आने वाले इस बड़े बदलाव को बखूबी दिखाती है।

संस्थापक संपादक : अनुज गुप्ता

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