बिजनेस डेस्क (राज कुमार): केंद्र सरकार ने आज (20 जुलाई 2022) कच्चे तेल (Crude Oil) पर विंडफॉल टैक्स (Windfall tax) को 23,250 रुपये प्रति टन से घटाकर 17,000 रुपये प्रति टन कर दिया। ये कदम वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में ताजा गिरावट के बीच आया है। हाल के महीनों में कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में इज़ाफे के कारण घरेलू कच्चे उत्पादकों के कुल मुनाफ़े को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने 1 जुलाई को कच्चे तेल पर 23,250 रूपये प्रति टन का उपकर लगाया था। घरेलू कच्चे तेल की उत्पादक घरेलू रिफाइनरियों को इंटरनेशनल इक्विटी प्राइज़ (International Equity Prize) पर कच्चे तेल की बिक्री करते हैं।
बता दे कि अप्रत्याशित रूप से बड़े मुनाफ़े पर लगाया जाने वाला टैक्स अप्रत्याशित कर कहलाता है। सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि नई दरें आज यानी बुधवार से प्रभावी होंगी। इसके अलावा हाल ही में निर्यात पर डीजल (Diesel) पर 13 रूपये प्रति लीटर के विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क को घटाकर अब 10 रुपये कर दिया गया है। पेट्रोल (Petrol) पर निर्यात कर हटा दिया गया है। 1 जुलाई को पेट्रोल पर 6 रुपये प्रति लीटर का एक्सपोर्ट टैक्स लगाया गया था।
सरकार ने निर्यात कर कदम के पीछे तर्क देते हुए अपने आधिकारिक बयान में कहा गया था कि चूंकि इम्पोर्ट बेहद मुनाफे का सौदा होता जा रहा था, इसलिये ये देखा गया कि कुछ रिफाइनर घरेलू बाजार में अपने पंपों को भारी तादाद में रिफिल कर रहे है। हालांकि हाल के महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में तेज वृद्धि हुई है। रिफाइनर उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रचलित कीमतों पर निर्यात करते हैं जो काफी ज़्यादा हैं।