एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): संयुक्त राज्य अमेरिका ने बीते सोमवार (30 अगस्त 2021) को अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया (Withdrawal of US Troops) पूरी कर ली। इस तरह बीस साल पहले अमेरिका द्वारा शुरू का गयी लड़ाई खत्म हो गया। विडंबना ये है कि 20 साल का युद्ध तालिबान के सत्ता में आने के साथ शुरू हुआ और खत्म भी।
फोर्ट ब्रैग नेकां में स्थित 82वें एयरबोर्न डिवीजन, 18वीं एयरबोर्न कॉर्प्स के कमांडर मेजर जनरल क्रिस्टोफर डोनह्यू (Commander Major General Christopher Donahue) अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक थे, क्योंकि वो काबुल हवाई अड्डे पर सी-17 विमान में सबसे आखिर में सवार हुए थे।
डोनह्यू की एक तस्वीर पेंटागन द्वारा ट्वीट की गयी, जिसमें डोनह्यू को 20 साल पुराने युद्ध के खात्मे के बाद अफगानिस्तान छोड़ने वाले अंतिम सैनिक के तौर पर मान्यता दी गयी। फोटो में डोनह्यू को अपने हथियारों के साथ काबुल हवाई अड्डे के हैंगर में अकेले चलते हुए देखा जा सकता है। इस फोटो को नाइट विजन लेंस (Night Vision Lens) से शूट किया गया है। गौरतलब है कि काबुल हवाई अड्डे को सुरक्षित रखने में और अमेरिकी सैनिकों की मदद के लिये कुछ दिन पहले डोनह्यू को अफगानिस्तान में तैनात किया गया था, क्योंकि अमेरिका अफगानिस्तान छोड़ने के लिये 31 अगस्त की समय सीमा के बेहद करीब था।
डोनह्यू पेंटागन में ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष के पूर्व विशेष सहायक हैं और उन्होंने ऑपरेशन फ़्रीडम सेंटीनल्स (Operation Freedom Sentinels) के तहत काम करते हुए विशेष अभियान संयुक्त कार्य बल-अफगानिस्तान के कमांडर के तौर पर भी काम किया।
अल जज़ीरा के मुताबिक अमेरिकी सैनिकों की वापसी के पूरा होने के बाद मंगलवार तड़के सुबह काबुल में जश्न की फायरिंग सुनी गयी। तालिबानी प्रवक्ता कारी यूसुफ (Taliban spokesman Qari Yusuf) ने कहा, "आखिरी अमेरिकी सैनिक काबुल हवाई अड्डे से निकल गया है और हमारे मुल्क को पूरी आज़ादी मिली है।"