नई दिल्ली (डेस्क): कोरोना महामारी के कारण पूरा भारत में लॉकडाउन लगाना पड़ा था। जिसके चलते कई लोगों को बेरोजगार हो अपने घर वापस लौटना पड़ा। बहुत से लोग अभी भी बेरोजगार ही है। जो मजदूर अपने ही राज्य में नौकरी पाना चाहते है, उनके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अब व्हाट्सएप पर हाय (Hi) भेजकर मजदूर अपने राज्यों में अपने स्किल के मुताबिक नौकरी हासिल कर सकेगें। जिसके लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है।
इस शानदार योजना की शुरूआत विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) की अगुवाई में की गयी है। डीएसटी प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (TIFAC) ने मजदूरों के लिए श्रमिक शक्ति मंच नामक पोर्टल बनाया है। जो मजदूरों को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) को व्हाट्सएप के जरिये उनके मूल स्थानों से जोड़ेगा। इसकी पहल की जरूरत लॉकडाउन के दौरान महसूस की गयी थी।
इस पोर्टल पर भारत के MSMEs का जियो स्पाटियल नक्शा शामिल है। जिससे रोजगार के मौकों के बारे में पता चल सके। बता दें कि व्हाट्सएप करने के लिए 7208635370 नबंर मुहैया करवाया गया है। एक बार जब श्रमिक व्हाट्सएप चैटबॉट पर भेजते है तो उनसे वर्क एक्सपीरियंस के बारे में सवाल पूछे जायेगें। इसके बाद हासिल जानकारी के मुताबिक एआई सिस्टम यूजर को नज़दीकी जॉब प्रोडवाइडर (Nearest Job Provider) से जोड़ देगा।
मौजूदा वक़्त मे चैटबॉट सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में ही उपलब्ध है लेकिन टीआईएफसी इसे अन्य भाषाओं में लाने के लिए काम कर रहा है। वहीं जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वो 02267380800 नबंर पर मिस्ड कॉल के जरिए एक्सेस कर सकते है। इस पोर्टल का इस्तेमाल इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, कृषि श्रमिक और अन्य दूसरे लोग भी कर सकते है।
कई एमएसएमई पहले से ही बोर्ड पर है। आगे भविष्य में इसे बड़े स्तर पर मजदूरों और श्रमिकों तक पहुंचाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। जिससे कि पोर्टल का फायदा ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँच सके। फिलहाल इस लक्ष्य को चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। इस काम के लिए ग्राम पंचायत. ब्लॉक, स्थानीय जिला प्रशासन (Local district administration) और राज्यों सरकारों से मजदूरों को डेटा इकट्ठा किया जा रहा है। जिससे कि ज़्यादा मजदूरों को पोर्टल से जोड़ने में मदद मिल सके।