Taiwan पर जो बिडेन को शी जिनपिंग की चेतावनी, आग से खेलने वाले हो जायेगें तबाह

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को आग से खेलने की चेतावनी देते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने इस बात पर रौशनी डाली कि ताइवान (Taiwan) के सवाल का ऐतिहासिक पहलू काफी साफ है। शी ने बाइडेन से कहा कि, ”तथ्य और यथास्थिति ये है कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारे पर ही एक ही चीन की संप्रभु स्थिति है।

शी ने ताइवानी आज़ादी के लिये कोई जगह नहीं होने की बात कही। साथ ही उन्होनें चीन की ओर बढ़ते ताइवानी अलगाववादी कदमों का दृढ़ता से विरोध करने की बात साफ की। व्हाइट हाउस (White House) के मुताबिक “ताइवान पर राष्ट्रपति बिडेन ने साफ कर दिया कि संयुक्त राज्य की नीति नहीं बदली है और संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) यथास्थिति को बदलने या ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को कम करने की एकतरफा कोशिशों का कड़ा विरोध करता है।”

रूस (Russia) के यूक्रेन (Ukraine) पर हमले की निंदा करने से चीन के इनकार के साथ, वैश्विक स्वास्थ्य, आर्थिक नीति और मानवाधिकारों पर अलग-अलग नज़रिये ने दुनिया की दो अहम अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंधों का लंबे समय से इंतिहान लिया है।

बता दे कि अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी (Speaker Nancy Pelosi) की ताइवान की संभावित यात्रा के बारे में रिपोर्ट सामने आने के बाद से चीन लगातार हमलावर रहा है। चूंकि रिपब्लिकन न्यूट गिंगरिच (Republican Newt Gingrich) ने साल 1997 में इस द्वीप का दौरा किया था, इसलिये पेलोसी ताइवान की यात्रा करने के लिये अमेरिका द्वारा चुनी गयी सर्वोच्च पद के अधिकारी होंगी।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन (Zhao Lijian) ने दोनों देशों के बीच बिगड़ते संबंधों के लिये अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हुए मीडिया से कहा कि, “अगर अमेरिका अपने रास्ते पर चलने और चीन को चुनौती देने पर जोर देता है तो पुख़्ता तौर पर इसका जोरदार जवाब दिया जायेगा।”

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी (John Kirby) ने व्हाइट हाउस ब्रीफिंग के दौरान मीडिया से कहा कि, “राष्ट्रपति ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राष्ट्रपति शी के साथ कम्युनिकेशन की लाइनें खुली रहें क्योंकि उन्हें इसकी दरकार है। ये ऐसे मुद्दे हैं जहां हम चीन के साथ सहयोग कर सकते हैं। इससे दोनों मुल्कों के बीच तनाव और टकराहट कम होने की संभावना है” गौरतलब है कि जिनपिंग चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस से तीसरे कार्यकाल की मांग कर रहे। माना जा रहा है कि बीजिंग (Beijing) का वाशिंगटन (Washington) को लेकर आक्रामक रवैया उन्हें पुख़्ता तौर पर कार्यकाल में इज़ाफा दिलवा देगा।

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