नई दिल्ली (स्तुति महाजन): ऑल्ट बालाजी ओटीटी प्लेटफॉर्म (Alt Balaji OTT Platform) पर चलने वाली वेबसीरीज XXX Uncensored Season-2 ने विवादस्पद तौर भारतीय सेना की छवि खराब करने की कोशिश की। सीरीज़ में ऑर्मी के ज़वानों की जीवन पर कहानी दिखायी गयी, जिसमें दिखाया गया कि जब सेना के जवान सीमा पर ड्यूटी कर रहे होते हैं, तब उनकी पत्नियां दूसरे लोगों के साथ अफेयर करती है। कार्यक्रम की विषय-वस्तु को लेकर पूरे देश में रोष और विरोध की लहर (Wave of protest) देखी गयी थी। साथ ही कहानी में सेना की वर्दी फाड़ते हुए किरदारों को भी दिखाया गया। जैसे ये एपिसोड पब्लिक डोमेन (public domain) में आया तो लोगों ने सोशल मीडिया सहित सड़कों पर उतरकर प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स (Production House Balaji Telefilms) और निर्देशक एकता कपूर के खिलाफ आवाज़े बुलन्द की। इस मामले पर महाराष्ट्र, मुजफ्फरपुर, इंदौर और मेरठ में एफआईआर भी दर्ज करवायी गयी।
मामले पर खेद जताते हुए एकता कपूर ने औपचारिक बयान (Official statement) जारी करते हुए कहा- मैं भारतीय संविधान और कानून के प्रति आस्थावान हूँ। भारतीय सेना के प्रति मेरे मन में अनन्य सम्मान है। मैं भारतीय सेना और सैन्यकर्मियों के परिजनों से अन्ज़ाने में हुई गलती के लिए माफी मांगती हूं। ये विवादस्पद शो (Controversial Show) हमने नहीं प्रोड्यूस किया था। फिर में इसकी नैतिक जिम्मेदारी (Moral Responsibility) लेते हुए माफी मांगती हूँ। जैसे ही ये बात मेरे संज्ञान में आया तो विवादित हिस्सों को संपादित कर दुबारा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया गया।
इस तरह के मामले भविष्य में दुबारा ना हो, इसलिए अब सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सीबीएफसी और रक्षा मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting, CBFC and Ministry of Defense) ने कमर कस ली है। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी आदेश संख्या 4(01)/2019/D(GS-III) के मुताबिक अब अगर कोई भी फिल्मकार ऑर्मी पर आधारित फीचर फिल्म, डॉक्यूमेंट्री या फिर अन्य कोई भी ऑडियो-विजुअल प्रोडक्शन (Audio-visual production) करता है तो उसे रक्षा मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र (no objection certificate) लेना जरूरी होगा, उसके बाद ही उसका प्रसारण किसी मंच पर किया जा सकेगा। साथ ही फिल्मकारों को ऑर्मी की छवि से खिलवाड़ करने से बचने की सख़्त हिदायत भी दी गयी है।
सेना और उनके परिवार वालों से आम नागरिक का भावनात्मक जुड़ाव (Emotional connection) होता है। ऐसे में उन्हें किसी काल्पनिक कहानी द्वारा गलत तरीके से चित्रित करना सैनिकों के मनोबल (Soldiers morale) को तोड़ता है। ऐसे में रक्षा मंत्रालय का ये नया आदेश ऐसी हरकतों पर लगाम कसने में कारगर होगा।