न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): कई राज्यों में ओमिक्रॉन वेरियंट (Omicron variant) मामलों की तादाद लगातार बढ़ रही है, ऐसे में भारत में तीसरी लहर की आशंका तेज हो रही है, कई राज्यों ने महामारी का प्रसार (Spread Of Epidemic) को रोकने के लिये कुछ सख़्त प्रतिबंध लगाये हैं, जबकि राज्यों ने अपने सभी निवासियों नहीं घबराने का आग्रह किया है।
अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा है कि ओमिक्रॉन वेरियंट बहुत हल्का है और वायरल बुखार के संक्रमण की तरह है। इस रिपोर्ट के बीच कि ओमिक्रॉन वैरिएंट कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर को भड़का सकता है, उन्होंने यूपी निवासियों से ना घबराने की अपील की है।
मीडिया से बात करते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘ओमिक्रॉन काफी तेजी से फैलता है लेकिन ये बहुत हल्की बीमारी की वज़ह बनता है। वायरस कमजोर हो गया है। ये वायरल फीवर की तरह है लेकिन सावधानियां जरूरी हैं। हालांकि घबराने की जरूरत नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोविड-19 का नया वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) जितना घातक नहीं है, जिसने भारत में महामारी की दूसरी लहर पैदा की। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीज 4-5 दिनों में पूरी तरह से ठीक हो रहे हैं। बीते मार्च-अप्रैल (2021) के दौरान डेल्टा के मरीज़ों को ठीक होने में 15-25 दिन लग रहे थे। रोगियों में कोविड की कॉम्पिलकेशन की भी जानकारियां सामने आयी। हालांकि ओमिक्रॉन के साथ ऐसा नहीं है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) द्वारा साझा किये गये आंकड़ों के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका में नवंबर के आखिर में देश में पहला मामला सामने आने के बाद से उत्तर प्रदेश में कुल आठ लोग ओमिक्रॉन वेरियंट से संक्रमित हुए।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में 552 ताजा कोविड -19 के मामले सामने आये। जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल तादाद 17 लाख से ज़्यादा हो गयी। क्रिसमस और नये साल से पहले राज्य में कई कोविड-19 प्रतिबंध लगाये गये। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश देश के सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में से एक था। अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में लगभग 50 प्रतिशत योग्य आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण (Vaccination) किया जा चुका है।