न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): माफिया सरगना अतीक अहमद (Mafia Atiq Ahmed) कई सालों से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अपने गैंग के साथ आम लोगों पर कहर बरपा रहा था, इस साल की शुरुआत में प्रयागराज (Prayagraj) में बसपा विधायक राजू पाल (BSP MLA Raju Pal) की हत्या और मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) की हत्या में भी उसकी बड़ी भूमिका थी।
अतीक अहमद ने आखिरकार मान लिया कि वो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा माफिया सरगना है, जिसके गिरोह राज्य में बड़े अपराधिक अभियान चला रहे थे। उसने यूपी कोर्ट में सुनवाई के दौरान ये भी खुलासा किया कि राज्य के सभी पुलिस वाले उस पर और उसके गिरोह पर हाथ डालने से डरते थे।
माफिया बनने के बाद अतीक ने देश के कानून से राजनीति की चादर भी ओढ़ ली थी। राजनीति और अपराध के इस गठजोड़ के आगे कानून व्यवस्था ने भी घुटने टेक दिये थे। इस बीच उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के दूसरे आरोपी और अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी बांदा जेल (Banda Jail) से नैनी जेल (Naini Jail) लाया गया। अब पुलिस कोर्ट में पूछताछ के लिये दोनों का रिमांड मांगेगी।
साल 2019 में अतीक पर मोहित जायसवाल (Mohit Jaiswal) को अगवा करने का आरोप लगा था। मोहित के मुताबिक अतीक के गुर्गे उसका अपहरण कर यूपी के देवरिया जेल (Deoria Jail) ले गये, जहां उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गयी। मोहित जायसवाल जो कि लखनऊ (Lucknow) के नामी गिरामी बिल्डर हैं, को अतीक और उसके गिरोह ने रंगदारी देने के लिये बेबस कर दिया।
यूपी में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार के अलावा अतीक अहमद मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने भी शिकंजा कस दिया है। उन्होंने बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की है, साथ ही माफिया बॉस के 200 बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं।
एजेंसी ने अतीक अहमद के करीबियों के नाम पर ली गयी 100 संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद किये हैं। इन दस्तावेजों में उनके बेटे उमर और पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) के नाम पर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के दस्तावेज शामिल हैं। इतना ही नहीं ईडी (ED) को ऐसी जमीनों के दस्तावेज भी मिले हैं, जिन्हें किसानों को जबरन और धमकाकर अतीक अहमद एंड कंपनी के नाम पर लिखवाया गया है।
जहां अतीक उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में अपराधिक कार्रवाइयों के पीछे था, वहीं अब माफिया बॉस अधिकारियों के सामने शिकार बनने की भूमिका निभा रहा है। वो अदालत के सामने भावुक हो गया और आरोप लगाया कि जब वो पुलिस हिरासत में था, तब कई आला पुलिस अधिकारी उनका एनकाउंटर कराने की कोशिश कर रहे थे। अब अतीक अहमद की किस्मत पूरी तरह से उत्तर प्रदेश सरकार के हाथों में है, मुकदमा अभी भी चल रहा है और उसके खिलाफ मामला दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है।