नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): सूबे में महिलाओं से छेड़छाड़, रेप करने वालों और यौन अपराधियों को लेकर योगी सरकार (Yogi Govt) एक्शन में आ चुकी है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन दुराचारी की शुरूआत की जा रही है। इस अनोखी पहल से महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों (Sexual offenses against women) पर लगाम कसने में मदद मिल सकेगी। ऑपरेशन दुराचारी (Operation Durachari) में महिलाओं और बच्चियों के साथ किसी भी तरह की वारदात या यौन अपराध करने वाले लोगों के पोस्टर सरेराह, सरेबाज़ार लगवाये जायेगें। इस ऑप्रेशन की कमान महिला पुलिस कर्मियों के हाथों में है। जो शोहदों, मनचलों और आदतन अपराधियों की पहचान करना और उनके पोस्टर लगाने की जिम्मेदारी इन्हीं महिला पुलिस कर्मियों के पास होगी।
इसके साथ ही ऐसे लोगों को महिला पुलिस कर्मियों द्वारा दंडित (Punished by female police personnel) भी करवाया जायेगा। सूबे का पुलिसिया महकमा इस योजना को अमली जामा पहनाने की तैयारियां शुरू कर चुका है। जिसके तहत ये सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ऐसे अपराधियों को सज़ा देने के लिए महिला पुलिस कर्मियों की उपलब्धता हमेशा बनी रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश के गृह विभाग से जुड़े अधिकारियों को विशेष निर्देश देते हुए छेड़खानी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के फरमान जारी किये है। साथ ही उन्होनें मनचलों और शोहदों सहित उन लोगों के नाम भी सार्वजनिक करने की बात कही है, जो उनके पनाहगार है। बदनामी के डर से कोई भी मनचला महिलाओं से छेड़छाड़ और पीछा करने की हरकत करने से बचेगा।
जारी हुए आदेशों के मुताबिक उन्हीं बलात्कारियों के पोस्टर चौराहे पर लगाये जायेगें जिन्हें कोर्ट दोषी करार दे चुका हो। इसके साथ ही पुलिस व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिहाज से सूबे में अगर कहीं भी महिलाओं के साथ कोई आपराधिक या यौन हमला हुआ तो इसके लिए बीट इंचार्ज, चौकी इंचार्ज, थाना प्रभारी और सीओ को तलब कर उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। ठोस पुलिसिया कार्रवाई ना होने पर उनके खिलाफ विभागीय और अनुशासनात्मक ऐक्शन (Departmental and disciplinary action) लिया जायेगा।
हालांकि योगी सरकार महिलाओं से होने वाले अपराधों को लेकर काफी संजीदा रही है। एंटी रोमियो स्क्वायड (Anti romeo squad) ने काफी बेहतरीन काम करके छेड़छाड़ की घटनाओं में कमी लाने का खासा प्रयास किया है। आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह (IG Lucknow Range Laxmi Singh) की अगुवाई में राजधानी लखनऊ समेत उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर, रायबरेली, और लखनऊ ग्रामीण में ऑपरेशन शक्ति (Operation Shakti) चलाया जा रहा है। इस ऑप्रेशन के अन्तर्गत 2200 अपराधियों पर कार्रवाई की गयी है। दिलचस्प है कि इससे मिलती-जुलती प्रशासनिक कवायद योगी सरकार बीते 19 दिसंबर को लखनऊ में सीएए कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान कर चुकी है। जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाले अभियुक्तों की पहचान कर उनके नाम, पता और फोटो वाले पोस्टर लगाये गये थे। साथ ही उन लोगों को क्षतिपूर्ति का नोटिस (Notice of compensation) भी यूपी सरकार ने भेजा था। जुर्माना ना देने वाले लोगों की सम्पत्ति कुर्क करने की आदेश उत्तर प्रदेश सरकार ने उस दौरान जारी कर दिये थे।