नई दिल्ली (शौर्य यादव): फूड डिलीवरी ऐप जैमेटो (Zomato) अब खाने के साथ मोटा पैसा के कमाने का मौका निवेशकों को दे सकता है। हाल ही में जोमैटो संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल (Zomato founder and CEO Deepinder Goyal) ने इस बात की जानकारी ई-मेल के माध्यम से कंपनी कर्मियों को दी। Zomato की मौजूदा वित्तीय परिसंपत्तियां (Current financial assets) तकरीबन 3.5 अरब डॉलर आंकी गयी है। साथ ही कंपनी के पास इंफोऐज की तकरीबन 23 फीसदी हिस्सेदारी है। अगले वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी शेयर बाज़ार में हिस्सेदारी उतारने की औपचारिक कार्रवाई शुरू कर सकती है। फिलहाल कंपनी की ओर से इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि, IPO की लिस्टिंग भारत होगी या फिर कहीं ओर।
दीपिंदर गोयल द्वारा लिखे ई-मेल इस बात का भी खुलासा किया गया है कि, मौजूदा आर्थिक हालातों को देखते हुए आने वाले वक्त में मर्जर और एक्वीज़िशन जैसे विकल्पों पर कंपनी गंभीरता से विचार कर सकती है। कंपनी के पास बैकों में रखी वित्तीय तरलता (Financial liquidity) तकरीबन 250 मिलियन डॉलर की है। जिसे कंपनी फिलहाल खर्चेने के मूड में नहीं है। इस इस्तेमाल कारोबारी प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने के लिए किया जायेगा। साथ ही टाइगर ग्लोबल, टेमासेक, बैली गिफोर्ड और आन्ट फाइनेंशियल (Tiger Global, Temasek, Bailey Gifford and Ant Financial) जैसे वित्तीय संस्थानों ने कंपनी को फंडिंग दी है। न्यूयॉर्क की इन्वेस्टमेंट फर्म टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट (Tiger Global Management) ने फंडिंग सीरीज जे फाइनेंसिंग के जरिए 102 मिलियन डॉलर यानि कि 760 करोड़ रुपये की फाइनेंसिंग जुटाई। जिसकी जानकारी जोमैटो की रेगुलैटरी फाइलिंग्स (Regulatory Filings) से हासिल हुई है। कंपनी को जल्द ही और भी फडिंग हासिल हो सकती है। जिसके बाद कंपनी के पास तकरीबन 600 मिलियन डॉलर की नकदी बैंक खातों में आ जायेगी।
फिलहाल कंपनी के कानूनी और वित्तीय मामलों का काम संभालने वाली टीमें जोर-शोर से अगले साल तक IPO को बाज़ार में उतारने के कामों में लगी हुई है। अगर अगले साल तक Zomato का IPO शेयर मार्केट में आ जाता है तो ये पहला इंटरनेट बेस्ड startup कंपनी का IPO होगा। जैमेटो में 23 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी इंफोऐज के पास नौकरी.कॉम का भी मालिकाना हक़ है। ऐसे में वित्तीय मोर्चे और बैलेंस शीट पर कंपनी काफी मजबूत (Company is very strong on financial front and balance sheet) है। अब इंतज़ार इस बात का है, निवेशक कितनी लज्ज़त के साथ Zomato के IPO की खरीद फरोख्त करते है। इसके साथ जैमेटो प्रबंधन अपने कर्मचारियों को बांटे ESOPs को बेचने में भी मदद करेगा। इस कवायद की मदद से जैमेटो के ESOPs धारक कर्मचारी 225 करोड़ रूपये के शेयर्स मार्केट में बेच सकेगें। वित्तीय जानकारों के अनुमानों के मुताबिक ESOPs औसतन चार गुना के प्रीमियम भाव पर बाज़ार बेचा जा सकता है।